Thursday, December 12, 2024

चंद्रावरची म्हातारी

चंद्रावरची 
एक म्हातारी 
हळूच उतरून
खाली आली 

कमरेत मोठा 
खोचून बटवा
बोलली मला
सूर्यावर पाठवा

देईन तुम्हाला
भरून सारे
बटव्यामधले    
चमचम तारे 

अमावास्येच्या  
गडद राती
चंद्रावर मला 
वाटते भीती

सूर्यावर कशी  
मजेत राहीन
घाम आल्यावर 
पंखा लावीन 


- संदीप चांदणे (गुरूवार, १३/१२/२०२४)

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