Thursday, August 14, 2014

बाला - 2

गुलाबी थंडीच्या
मऊशा उन्हात
कोण ही बाला
छत्रीच्या छायेत?

कवळून आळस
गाठला कळस
चालली नाजूका
सावलीच्या मायेत
कोण ही बाला
छत्रीच्या छायेत?

जगाचा विसर
चालही सरसर
कुठल्या तालात
कुणाला माहीत!
कोण ही बाला
छत्रीच्या छायेत?

पायघोळ झगा
दावितो फुगा
भासे चित्र
ते जलरंगात
कोण ही बाला
छत्रीच्या छायेत?


- संदीप चांदणे (14/8/14)

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