Sunday, September 28, 2014

शेंदूर

बराच वेळ बसल्याचे, माझ्या, उशिरा लक्षात आले
दगडासोबत जेव्हा त्यांनी, मला शेंदूर फासले!

- संदीप चांदणे (28/9/14)

अकबर बिरबल (बँक व्हिजीट)

अकबर बिरबल ( बँक व्हिजीट ) ----------------------------------------------------------------------------------------------------------------...