Wednesday, May 22, 2024

तुझी याद येते

तुझी याद येते


आज इथे तू नसताना
काही आठवून हसताना
तू नाहीस हे उमजल्यावर
तुझी याद येते!

वर्षे झाली, सरला प्रवाह
पण, जणू गोष्ट कालचीच,
असेच पुन्हा पुन्हा वाटल्यावर
तुझी याद येते!

सावरून बसतो, काहीतरी लिहितो
अर्थात! विषय तुझाच
असेच कधीतरी साचल्यावर
तुझी याद येते!

- संदीप चांदणे (०२/०८/२०१६)

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