Friday, September 20, 2013

मुग्धा

उपमा विशेषण तुला पुरेना
नाव साजीरे ओठी ठरेना
कसे सुटावे क्लिष्ट कोडे
आई-बाबा, आजी-आजोबांनाही कळेना!
 
लखलख चमचम नभांगणातील | नक्षत्राचा तारा तू |
माणिक-मोती, नीलम पाचू | अव्वल रत्ना हिरा तू ||
 
तू परी तू मंदाकिनी | निलाक्षी सुनयना तू |
तू पल्लवी तू गोजिरी | सुहासिनी सुवदना तू ||
 
सकवार सोनाली तू | हळुवार हसरी स्मिता तू |
तू रूपाली तू रातराणी | सुमना तू प्राजक्ता तू ||
 
तू मधुरा तू काव्या | ओवी तू कादंबरी तू |
तू अक्षरा तू सुवर्णा | चित्रा तू किमया तू ||
 
तू  वीणा तू वृंदा | विद्या तू विनया तू |
तू वंदना तू वज्रा | विरता तू विजया तू ||
 
तू योगिनी तू तेजस्विनी | कमला तू सीता तू |
तू राधा तू मीरा | तृप्ती तू, गीता तू ||
 
यज्ञा तू, गौरी-मंगला | दिव्या तू  मानसी तू |
भैरवी-भूपाळी अन | स्वरा तू रागिनी तू ||
 
मेघा, वर्षा, नीरा तू | सरिता तू गंगा तू |
तू आर्या तू अवनी | संस्कृती, संयोगिता तू ||
 
तू श्वेतप्रभा तू पूर्वा | श्यामल वर्णा संध्या तू |
मोहक-मयुरी मुक्ता तू | संमोहिनी "मुग्धा" तू! ||
 
- संदीप चांदणे
z                (20/09/13)

No comments:

Post a Comment

नाकाम मुहब्बत का इनाम हो तुम

किसी नाकारा दुवा की इंतेहा हो तुम कयामत है के अभी तक जिंदा हो तुम सामने आती हो तो यकी नही आता लगता है खुली आंखो का सपना हो तुम अंजाम मुफ्लीस...